पश्न: महाविद्या तारा का प्रभावशाली शाबर मंत्र बताइए ?
उत्तर :आपने महाविद्या तारा के शाबर मंत्र के बारे में पूछा है। महाविद्या तारा शक्ति की दूसरी रूप हैं, जो भक्तों को वाक सिद्धि, रचनात्मकता, काव्य गुण, आर्थिक उन्नति, भोग दान और मोक्ष प्रदान करती हैं। उनका भैरव अक्षोभ्य है, जो उनका रक्षक और सेवक है।
महाविद्या तारा का शाबर मंत्र यह है:
ॐ ह्रीं श्रीं हूं फट् ।
ॐ तारे तुत्तारे तुरे स्वाहा ।
ॐ तारायै नमः ।
इस मंत्र का जाप करने की विधि यह है:
- इस मंत्र का जाप शुक्ल पक्ष की अष्टमी, नवमी या दशमी तिथि में करें।
- इस मंत्र का जाप करने से पहले शुद्ध वस्त्र धारण करें, गंगाजल से स्नान करें और तारा देवी की मूर्ति या चित्र को शुद्ध चौकी पर स्थापित करें।
- तारा देवी को दूर्वा, फूल, फल, नारियल, सिन्दूर, चंदन, अगरबत्ती, दीपक और नैवेद्य से पूजें।
- तारा देवी के भैरव अक्षोभ्य को भी उनके बाएं या दाएं ओर रखें और उन्हें भी पूजें।
- तारा देवी के ध्यान मंत्र का एक माला जाप करें। ध्यान मंत्र यह है:
मातर्तीलसरस्वती प्रणमतां सौभाग्य-सम्पत्प्रदे
प्रत्यालीढ –पदस्थिते शवह्यदि स्मेराननाम्भारुदे ।
- फिर तारा देवी के शाबर मंत्र का एक माला जाप करें।
- इस प्रकार आप रोजाना १०८ बार या १०८० बार या १०८०० बार इस मंत्र का जाप करें।
- इस मंत्र का जाप करने के बाद तारा देवी को आरती करें और उनका आशीर्वाद लें।
- इस मंत्र का जाप करने के लिए कम से कम ४० दिन तक निरंतर जारी रखें।
- इस मंत्र का जाप करने से आपको तारा देवी की कृपा, वाक सिद्धि, रचनात्मकता, काव्य गुण, आर्थिक उन्नति, भोग दान और मोक्ष प्राप्त होगा।
आशा करता हूँ कि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी। अगर आपके पास और कोई सवाल है, तो आप मुझसे पूछ सकते हैं। मैं आपकी मदद करने के लिए यहाँ हूँ। ????